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Showing posts from September, 2017

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 आप हिम्मत का एक कदम बढाओं तो परमात्मा की सम्पूर्ण मदद आपके साथ होगी !

भूतकाल में मत भटकिए

  हमें भूतकाल के बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए,जो बीत गया सो बीत गया पिछले को कभी नहीं याद करना चाहिए | हमें वर्तमान को अच्छी तरह से सुधारना चाहिए, भविष्य अपने आप सुधर जायेगा क्योंकि वर्तमान सही है तो भविष्य सही ही रहेगा, आने वाले के बारे में नहीं सोचना चाहिए और जो बीत गया उसके बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए | इसी तथ्य को स्पस्ट करते हुए आइये जानते है कि भूतकाल में क्यों नहीं भटकना चाहिए |                                   जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा है अच्छा हो रहा है, जो होगा वह बहुत अच्छा होगा |                       ओम शांति                 भूतकाल में मत भटकिए  ह म में से कई आमतौर पर सुबह गुनगुना पानी पीते है | यदि थर्मस में पहले का ठंडा पानी पड़ा हो तो उसे फेककर नया पानी भरते है | यदि पुरा...

सयंमित वाणी

कानो कि सफाई का मतलब है कि बुरा सुनते हुए भी अच्छा सोचना जो लोग अच्छा सोचते है वो लोग कभी भी दुखी नहीं हो सकते क्योंकि, जो हम सोचते है चाहे वो सकारात्मक हो या नकारात्मक सोचना हमें ही पड़ता है इसलिए हमें सदा सकारात्मक ही सोचना है तभी दुखो का अंत हो सकता है                                                                                   कानो की सफाई हम जीने के लिए दिनभर कई शारीरक क्रियाएँ जैसे- साँस लेना, पानी पीना, भोजन करना आदि करते है परन्तु कई बार इन क्रियाओ के साथ कुछ अवांछित कीटाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते है | वे भयंकर रोग का कारण बन जाते है जिन्हें ख़त्म करने के लिए फिर कडवी दवाइयों का ...

सर्वोत्तम सेवा -- मनसा सेवा

                                  वर्तमान समय कि परिस्थितियो और वातावरण को देखते हुए सबसे सहज, सगल , कमखर्च बालानशीन सेवा है मनसा सेवा | इसका अर्थ है, सकारात्मक, श्रेष्ठ,पवित्र ,शक्तिशाली विचारो से प्रक्रति , व्यक्ति और वातावरण को पवित्र और शक्तिशाली बनाना | इस प्रकार कि सर्वोच्च सेवा कौन कर सकता है ? जो मै और मेरे- पन के नकारात्मक भाव से सदा मुक्त है इस सम्बन्ध में एक कहानी याद आती है –                                 किसी पुराने मकान में चूहे हो गए थे | एक दिन एक बिल्ली ने दो चूहों को पकड़ कर अपना भोजन बना लिया | धीरे-धीरे चूहों कि संख्या कम होने लगी | सभी सभी चूहे चिंता में पड़ गए कि हमें कौन बचाएगा | आखिर उन्होंने मिलकर पंचायत कि कि कैसे बिल्ली ...

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